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दिमाग की ताकत को कैसे इस्तेमाल करे



कभी कभी आदमी के ऊपर थोड़ी सी समस्या आने पर 
वह बहूत जलदी घबरा जाते है पर मै कहता हू। किसी भी मुश्किल परिस्थिति मे घबराए नही, बल्कि अपने अक्ल का सही तरीके से इस्तेमाल करे ।  
इसी बात को अच्छे तरीके से समझाने के लिए मै एक स्टोरी सेयर कर रहा हु । 
||दिमाग की ताकत को कैसे इस्तेमाल करे||

एक गाँव में एक बढ़ई रहता था। वह शरीर और दिमाग से बहुत मजबूत था।

एक दिन उसे पास के गाँव के एक अमीर आदमी ने फर्नीचर फिट करने के लिए बुलाया।

जब वहाँ का काम खत्म हुआ तो लौटते वक्त शाम हो गई तो उसने काम के मिले पैसों की एक पोटली बगल मे दबा ली और ठंड से बचने के लिए कंबल ओढ़ लिया।

वह चुपचाप सुनसान रास्ते से घर की और रवाना हुआ।

कुछ दूर जाने के बाद अचानक उसे एक लुटेरे ने रोक लिया।

वह शरीर से तो बढ़ई से कमजोर था पर उसकी कमजोरी को उसकी बंदूक ने ढक रखा था।

अब बढ़ई ने उसे सामने देखा तो लुटेरा बोला, 'जो कुछ भी तुम्हारे पास है सभी मुझे दे दो नही तो मैं तुम्हें गोली मार दूँगा।'

यह सुनकर बढ़ई ने पोटली उस लुटेरे को थमा दी और बोला, 'ठीक है यह रुपये तुम रख लो...

मगर मैं घर पहुँच कर अपनी बीवी को क्या कहुंगा। वो तो यही समझेगी कि मैने पैसे जुए मे उड़ा दिए होंगे।

तुम एक काम करो, अपने बंदूक की गोली से मेरी टोपी मे एक छेद कर दो ताकि मेरी बीवी को लूट का यकीन हो जाए।'

लुटेरे ने बड़ी शान से बंदूक से गोली चला कर टोपी मे छेद कर दिया।

अब लुटेरा जाने लगा तो बढ़ई बोला, 'एक काम और कर दो, जिससे बीवी को यकीन हो जाए कि लुटेरों के गैंग ने मिलकर लूटा हो। वरना मेरी बीवी मुझे कायर समझेगी।

तुम इस कंबल मे भी चार-पाँच छेद कर दो।' लुटेरे ने खुशी खुशी कंबल मे गोलियाँ चला कर छेद कर दिए।

इसके बाद बढ़ई ने अपना कोट भी निकाल दिया और बोला, 'इसमें भी एक दो छेद कर दो ताकि सभी गॉंव वालों को यकीन हो जाए कि मैंने बहुत संघर्ष किया था।'

इस पर लुटेरा बोला, 'बस कर अब। इस बंदूक मे गोलियां भी खत्म हो गई हैं।'

यह सुनते ही बढ़ई आगे बढ़ा और लुटेरे को दबोच लिया और बोला, 'यही तो मैं चाहता था।

तुम्हारी ताकत सिर्फ ये बंदूक थी। अब ये भी खाली है। अब तुम्हारा कोई जोर मुझ पर नही चल सकता है।

चुपचाप मेरी पोटली मुझे वापस दे दो वरना .....

यह सुनते ही लुटेरे की सिट्टी पिट्टी गुम हो गई और उसने तुरंत ही पोटली बढ़ई को वापिस दे दी और अपनी जान बचाकर वहाँ से भागा।

आज बढ़ई की ताकत तब काम आई जब उसने अपनी दिमाग की ताकत का सही ढंग से इस्तेमाल किया।

 दोस्तो मै इस कहानी से यही समझाना चाहता हु 
की कभी भी कितना भी मुश्किल हालात क्यों ना हो 
लेकिन कभी भी अपने हालातो से घबराए नही 
ऐसे मुश्किल हालात मे अपनी अक्ल का सही ढंग से इस्तेमाल करना चाहिए तभी आप अपने मुसीबतो से आसानी से बाहर निकल सकते है 
और सफलता को हासिल कर सकते है 

धन्यवाद दोस्तो 

आपको हमारी यह मोटिवेशनल स्टोरी कैसी लगी हमे 
कमेंट करके जरूर बताए!!!

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